अल कायदा जल्द से जल्द यह जाहिर करने की कोशिश करेगा कि वो अभी भी जिंदा है। लेकिन अमेरिका द्वारा ओसामा को मार गिराने और शव अपने कब्जे में ले लेने के बाद अल कायदा के लड़ाकों का मनोबल जरूर कम हुआ होगा।
11 सितंबर को ट्विन टॉवर पर हमले के बाद से ही अल कायदा के ढांचे में काफी बदलाव भी आया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि ओसामा बिन लादेन के नेतृत्व में दुनिया भर के मुस्लमि कट्टरपंथी एकजुट थे। अल कायदा में मिस्त्र में पैदा हुए डॉक्टर अल जवाहिरी दूसरा सबसे ताकतवर सख्श है। ओसामा की मौत के बाद जवाहिरी के ही कमान संभालने की संभावना है।
जलां लादेन आतंक का चेहरा था वहीं जवाहिरी आतंक के पीछे का असली दिमाग है। लादेन अल कायदा का पोस्टर बॉय था लेकिन आतंक की साजिश जवाहिरी का दिमाग ही रचता था। पिछले महीने ही जारी किए गए एक वीडियो में जवाहिरी ने मुस्लिमों से नाटो और अमेरिकी सेनाओं पर हमले तेज करने का आह्वान किया था। यह वीडियो लीबिया पर कार्रवाई के बाद जारी हुआ था।
लादेन की तरह ही जवाहिरी भी बेहद अमीर परिवार में पैदा हुआ है। वो एफबीआई की मोस्ट वांटेड लिस्ट में लादेन के बाद दूसरे नंबर पर है। अब लादेन के बाद जवाहिरी ही इस लिस्ट में सबसे ऊपर है। 2001 में अफगानिस्तान से तालिबान के खात्मे के दौरान जवाहिरी बड़ी ही चालाकी से अमेरिका के शिकंजे से निकल गया था। 60 वर्षीय जवाहिरी के भी पाकिस्तान में छिपे होने की संभावना है।
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